- जोड़ों का दर्द और मांसपेशियों में दर्द ऐसी समस्याएं हैं जिन्हें अक्सर बुढ़ापे के साथ जोड़ कर देखा जाता है।
- उम्र बढ़ने के साथ, शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं जो गठिया और जोड़ों में दर्द जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं।
- 40 वर्ष की उम्र के बाद अधिकांश व्यक्ति जोड़ों के दर्द से पीड़ित हो सकते हैं।
- सही उपचार विधियों की सहायता से जोड़ों के दर्द को रोका और ठीक किया जा सकता है
जोड़ों का दर्द क्या है?
जोड़ हमारे कंकाल की दो या दो से अधिक हड्डियों को जोड़ने वाले शरीर के अंग हैं और इनके कारण ही हमारा शरीर कुछ भी हरकत कर पाता है। जोड़ों का दर्द शरीर के जोड़ों, जैसे घुटनों, कोहनी, कंधों और कूल्हों में पीड़ा, दर्द और कष्ट के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है।
जोड़ों के दर्द के संकेत और लक्षण क्या-क्या हैं?
जोड़ों के दर्द के कुछ लक्षण इस प्रकार हैं:
- कमजोर, गर्म या सूजे हुए जोड़
- जोड़ों में अकड़न महसूस होना
- जोड़ों का चटकना
- हाथों, गर्दन, कंधों, कूल्हों, घुटनों, या जोड़ वाले किसी अन्य हिस्सों में तेज दर्द
जोड़ों में दर्द के क्या-क्या कारण हैं?
जोड़ों के दर्द और समस्याओं के कुछ सबसे आम कारण हैं:
- ऑस्टियोआर्थराइटिस
- रूमेटाइड गठिया
- चोट
- ऑस्टियोपोरोसिस
- संक्रमण
जोड़ों के दर्द का इलाज कैसे करें?
कारण के आधार पर, जोड़ों के दर्द के उपचार के तरीके अलग-अलग हो सकते हैं:
- शारीरिक गतिविधि
- स्ट्रेच करना
- शरीर के वजन को सुतंलित रखना
- दवा (जैसे कि ओटीसी टॉपिकल पेन रिलीफ उत्पाद जैसे कि मूव स्ट्रोंग जेल/स्प्रे)
- आराम
मूव स्ट्रोंग कैसे मदद कर सकता है?
मूव स्ट्रोंग में डिक्लोफनाक होता है (डॉक्टरों द्वारा सलाह दी जाने वाली नंबर 1 सक्रिय सामग्री) जो जोड़ों के दर्द से तुरंत और लंबे समय तक राहत देता है। मूव स्ट्रोंग एक गैर-चिपचिपा, तेजी से समा जाने वाला उत्पाद है जो सीधे दर्द के स्रोत पर काम करता है, गर्माहट पैदा करता है और दर्द से लंबे समय तक राहत देता है।
चिकित्सा सहायता कब लें?
कुछ स्थितियों में, जोड़ों के दर्द के लिए डॉक्टर से सलाह लेना उचित होता है:
- जब आराम करने, मालिश करने या सूजन-रोधी दवाओं को खाने के बाद भी दर्द कम नहीं होता हो या दूर नहीं होता हो
- जब दर्द का कारण समझ से परे हो
- अगर संक्रमण के कारण दर्द हो