6 साधारण तरीकों से “दौड़ने” को और भी अधिक लाभदायक बनायें

avoid running injuries

 

कुछ लोंगों को दौड़ना अच्छा लगता है क्योंकि यह शरीर का वजन कम करने में बहुत प्रभावशाली होता है I स्वस्थ्य रहने के लिए दौड़ना बहुत अच्छा व्यायाम है किन्तु अत्याअधिक दौड़ने से एसीएल इंजरी यानि लिगामेंट का टूटना और हेमस्ट्रिंग इंजरी यानि घुटने के पीछे की नस में चोट लग सकती है I अतः यह कहा जाता है कि पहले आप अपने शरीर को दौड़ने के लिए तैयार करें ताकि आपको चोट लगने की सम्भावना कम हो जाये I 

आपके दौड़ने के प्रभाव को और अधिक लाभदायक बनाने की निम्न विधियाँ है  : 

 प्रशिक्षण योजना 

 दौड़ना शुरू करने के पहले ही पूरी योजना लिख लें और अपने स्वस्थ्य का ध्यान अवश्य रखें I इस व्यवस्थित तरीके से दौड़ाने से आप अपने तय किये गए उद्देश्यों को अवश्य प्राप्त कर सकेंगे I  

चलने से शुरू करके धीरे-धीरे दौडें और शुरुआत में कम दूरी तय करें फिर शरीरिक क्षमता बढ़ जाने पर दूरी को 10 प्रतिशत बढायें I आराम करने का पूरा ध्यान रखें I यदि आपको सामान्यतः चोट लगती रहती है तो कुछ दिन आराम करें फिर दौड़ना शुरू करें स्वयं पर अधिक जोर न डालें यदि आपका शरीर मांसपेशियों में दर्द का संकेत दे तब यह आवश्यक नहीं है कि आप दौड़ते रहे जरुरत पड़ने पर आराम करें I  

तनन (स्ट्रेचिंग) 

 दौड़ने से पहले तयारी करने के समय आपको तनन व्यायाम अवश्य करना चाहिए I इससे शरीर में लचक बढ़ती है और जोड़ों व पेशियों को दौड़ के समय अनुकूलता भी होती है I तनन का सही तरीका यह है कि एक ही स्थिति में बिना हिले 30 सेकण्ड्स तक स्थिर रहा जाये I इससे पेशियों में ढीलापन आता है और चोट लगने की सम्भावना कम हो जाती है I  

शक्ति प्रशिक्षण

 शारीरिक क्षमता को बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित करें इसके लिए पहाड़ पर दौडें, योग करें और वजन उठाने का अभ्यास करें I ऐसा करना इसलिए आवश्यक है क्योंकि दौड़ने से हमारे जोड़ों और पेशियों पर बहुत दबाव पड़ता है I यदि आपकी पेशियों में शक्ति नहीं है और आप  दौड़ते रहते हैं तब एक समय के बाद आपको घुटने जोड़ों में दर्द रहने की समस्या हो सकती है I  

 

दौड़ने के लिए अच्छे जूते खरीदने में निवेश करें   

 इस बात का ख्याल रखें कि जूते का तल्ला अच्छा हो चाहे वह दिखाई कैसा भी दे I एक अच्छे जूते में तल्ले के बीचों बीच गद्दा लगा होता है इसको पहन कर दौड़ने पर पैरों को आराम मिलता है और साथ ही घुटनों में दर्द का अनुभव भी नहीं होता I  

जलयुक्त (हाइड्रेटेड) रहें  

 हर समय अपने शरीर में आवश्यक मात्रा में पानी की आपूर्ति अवश्य करते रहें  I दौड़ने के पूर्व सुबह, दौड़ते हुए बीच में और दौड़ने के बाद अवश्य पानी पियें I दौड़ते समय शरीर में पानी की कमी हो जाती है अतः इसकी आपूर्ति के लिए पर्याप्त पानी पीना चाहिए I इससे अनावश्यक चोटें और एंठन नहीं होगी I यदि फिर भी आपको मांसपेशियों में दर्द और एंठन हो तो आप एक आयुर्वेदिक नुस्खा जैसे मूव अपना कर प्राकृतिक रूप से राहत पा सकते हैं I   

 दौड़ने के पहले की तैयारी (वार्मअप) और दौड़ने के बाद शरीर को सामान्य करना (कूलडाउन)  

दौड़ने के पहले की तैयारी करने में कितना भी समय लगे और यह कितना ही उबाऊ क्यों न हो, किसी भी प्रकार के व्यायाम के लिए यह बहुत ही आवश्यक है I इससे आपका शरीर दौड़ने के दौरान पड़ने वाले दबाव को सहन करने के लिए तैयार हो जाता है I शरीर की आरामदायक मुद्रा में पेशियों में बने लेक्टिक अम्ल से निजात पाने के लिए भी दौड़ने से पहले की तैयारी आवश्यक है I दौड़ने से पहले 5 से 10 मिनिट की तैयारी और फिर दौड़ने के बाद शरीर को सामान्य करने में लगने वाले श्रम को करने से आप मांसपेशियों में दर्द और चोट से हमेशा बचे रहेंगे I